Pati Patni Matlab Kya... How to be a Perfect Couple?
MCVK
#JawabHarDin पति-पत्नी होने का मतलब क्या? What is purpose of any Relationship?
एक Husband-Wife Relationship जो होता है... वो बहुत ही Important Relationship है हर किसी की Life का... तो उसमें ये लगता है... कि एक Compatibility, Trust, Satisfaction जो होना चाहिए, हर पति-पत्नी के बीच... वो Missing लगता है!
कई Husband-Wives में झगड़ा होना... Arguements बहुत होना... Compatibility Match नहीं करना... कोई ऐसा चाहता नहीं है कि ऐसा हो उनकी रिलेशनशिप में... पर ऐसी Situation स्वयं ही Create हो जाती है!
जैसे... बलजीत और मेरे बीच में ऐसी कोई भी समस्या नहीं है... Arguements किसी चीज़ को लेकर नहीं होते... Compatibility भी है! एक दूसरे का Care करना, Concern करना, वो सब भी है... But, फिर भी कहीं न कहीं, कुछ Missing लगता है...
ऐसा लगता है... कि कुछ कमी है... सब कुछ करने के बाद भी... वो Complete Satisfaction नहीं मिलता है! पूरा Dedication दिया, Care-Concern रखा... फिर भी कमी लगती है... तो उसका क्या Reason है?
Answer by Ajay Dayma, Human Education Expert, #MCVK
ये बहुत अच्छा आपने पूछा...
देखिए... एक बात ध्यान देना पड़ेगी... कि Relationship for What?
जब तक इसको उत्तर नहीं कर लेते हैं... तब तक तृप्ति उसमें होती नहीं है... Compatibility भी जो हम बना रहें हैं, या एक दूसरे की Care कर रहें हैं... वो तो ज़रूरी है... वो तो करना ही है... लेकिन उतना पर्याप्त नहीं है रिश्ते में...
उतना आवश्यक है, लेकिन पर्याप्त नहीं है!
तो कभी भी... सोचना ही पड़ेगा हमको... Relationship For What?
अब पति-पत्नी हैं कोई... और वो बहुत अच्छे से रहते हैं... लेकिन किस लिए?
क्या सिर्फ सुविधाओं के लिए, क्या सिर्फ बच्चों को पैदा करने के लिए... क्या सिर्फ बच्चों के लालन-पालन के लिए... या नोट कमाने के लिए, या सिर्फ घर चलाने के लिए!
तो मुझे लगता है... जो कमी है, वो सिर्फ इसी बात को इंगित कर रही है... वो जो अतृप्ति है... वो Natural है... और कमी का यही कारण है.. कि हर Relation का कोई एक Purpose है!
तो पति-पत्नी संबंध हो या अन्य कोई संबंध हों... उनका कोई Purpose है! और वो Purpose, केवल घर चलाना नहीं है... वो Purpose में दो भाग बनते हैं...
इसको बहुत अच्छे से समझा जा सकता है... एक भाग बनता है, कि दोनों में विचार और आचरण की पूर्णता हो... दोनों में... पति-पत्नी हों, भाई-बहन हों, माता-पिता हों... या बच्चों के साथ... एक भाग में बनता है.. विचार पूर्ण हों, समझदारी में पूर्ण हों!
दूसरा भाग बनता है कि... हम सब मिलकर एक विश्व परिवार की ओर दिशा को पकड़ें!
हम ऐसे जीने के Model को निकालते हैं इसमें... जिससे कि विश्व परिवार बनने की ओर अग्रसर हों... अगर ये दोनों End पर काम होता है, तो आप यकीन मानिए... Full तृप्ति होती है!
Every Relation is For 2 Things... 1 is for Completion of every Individual. 2 is for Completion of Vyavastha.
हम सब एक विश्व कुटुंब की तरह कैसे जिएँ... ऐसे जीने का स्वरूप... हमको विकसित करना है...
अगर ये दोनों बातों को हम पूरा करते हैं... तो यकीन मानिए, वो जो तृप्ति आपको चाहिए... वो होती है!
अतृप्ति Natural है... और तृप्ति इस प्रकार से जीने से है!
हमारा Purpose क्या है, उसको लेकर Awareness कैसे आए लोगों में?
Purpose को दो भागों में बताया... हमारी दोनों की समझ पूरी हो... हर Relation में एक ये Purpose है... दूसरा Purpose ये है... कि हम दोनों मिलकर कोई बढ़िया काम करें!
क्या काम है वो?
वो यही काम है, कि इस धरती पर मनुष्य के जीने का बढ़िया... सर्वोत्तम स्वरूप कैसे निकल कर आए... और हम सब लोग विश्व परिवार के स्वरू� ... https://www.youtube.com/watch?v=Cl70BIOV6W0
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